Organic food के प्रचलन से लगातार इसकी मांग बढ़ती जा रही है। दोस्तों! आज का समय ऐसा है कि हर कोई अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने के साथ साथ अपनी फिटनेस बरकरार रखना चाहता है चाहे वह एक आम इंसान से लेकर बड़े से बड़े सेलिब्रिटी ही क्यों न हो। अपने स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए हमारा खान-पान विशेष रूप से इस बात के लिए प्रभावी होता है। ऐसे में ऑर्गेनिक फूड का प्रयोग हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभप्रद होता है।

आर्गेनिक फूड क्या होता है?

ऑर्गैनिक फूड वे फूड आइट्म होते हैं, जो केमिकल-फ्री होते हैं। इनमें किसी तरह के पेस्टिसाइड्स या रासायनिक खाद इस्तेमाल नहीं होती। इन फल और सब्जियों की उपज के दौरान उनका आकार बढ़ाने या वक्त से पहले पकाने के लिए किसी तरह के केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता। इसे जैविक खेती भी कहा जाता है। ऑर्गैनिक फूड ऑर्गैनिक फार्म में उगाए जाते हैं। वैसे, आम फूड आइटम्स और ऑर्गैनिक फूड आइटम्स के बीच फर्क कर पाना मुश्किल है क्योंकि रंग और आकार में ये एक जैसे ही दिखते हैं।

ये सेहत के लिए काफी फायदेमंद हैं। पारंपरिक फूड के मुकाबले ऑर्गैनिक फूड आइटम्स में 10 से 50 फीसदी तक अधिक पौष्टिक तत्व होते हैं। इसमें विटमिन, मिनरल्स, प्रोटीन, कैल्शियम और आयरन भी ज्यादा होते हैं। 

ऑर्गेनिक फूड्स के फायदे

नेचुरल प्रोडक्ट का उपयोग: क्या आप जानते हैं कि ऑर्गेनिक फूड का उत्पादन करने के लिए उपयोग किए जाने वाले ज्यादातर प्रोडक्ट प्राकृतिक हैं? गैर-ऑर्गेनिक सब्जियों को उगाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कीटनाशक और रसायन कैंसर सहित कई बीमारियों से जुड़े हैं.

अधिक पौष्टिक: प्राकृतिक भोजन की पोषक सामग्री गैर-जैविक आहार से अधिक है. जैसे इसमें अधिक कैल्शियम, विटामिन सी, मैग्नीशियम, आयरन और क्रोमियम शामिल हैं. क्या आप जानते हैं कि जैविक खाद्य पदार्थों में अधिक एंटीऑक्सिडेंट होते हैं? यह कई तरह के कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है.

बच्चों के लिए अधिक उपयुक्त: जैविक खाद्य पदार्थ या ऑर्गेनिक फूड बच्चों के लिए अधिक फायदेमंद होते हैं क्योंकि उन्हें कीटनाशकों के लिए अधिक संवेदनशील होने की उम्मीद होती है, और वयस्कों की तुलना में उनके भोजन की खपत उनके वजन के लिए अधिक होती है. पारंपरिक खेती में उपयोग किए जाने वाले अधिकांश रसायनों को अस्थमा, व्यवहार या सीखने के विकारों और ल्यूकेमिया जैसे बचपन के कैंसर से जुड़ा हुआ देखा गया है.

पर्यावरण के अनुकूल: गैर-जैविक भोजन बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले कृत्रिम पदार्थों का कम उपयोग करना न केवल हमारे लिए बल्कि पर्यावरण के लिए भी उपयोगी है.

ऑर्गैनिक फूड्स में आमतौर पर जहरीले तत्व नहीं होते क्योंकि इनमें केमिकल्स, पेस्टिसाइड्स, ड्रग्स, प्रिजर्वेटिव जैसी नुकसान पहुंचाने वाली चीजों का इस्तेमाल नहीं किया जाता। आम फूड आइटम्स में पेस्टिसाइड्स यूज किए जाते हैं। ज्यादातर पेस्टिसाइड्स में ऑर्गेनो-फॉस्फोरस जैसे केमिकल होते हैं, जिनसे कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

ये सेहत के लिए काफी फायदेमंद हैं। पारंपरिक फूड के मुकाबले ऑर्गैनिक फूड आइटम्स में 10 से 50 फीसदी तक अधिक पौष्टिक तत्व होते हैं। इसमें विटमिन, मिनरल्स, प्रोटीन, कैल्शियम और आयरन भी ज्यादा होते हैं। इनमें मौजूद न्यूट्रिशंस दिल की बीमारी, माइग्रेन, ब्लड प्रेशर, डायबीटीज और कैंसर जैसी बीमारियों से बचाते हैं।

ऑर्गैनिक फार्म्स में उपजाए जाने वाले फलों और सब्जियों में ज्यादा ऐंटि-ऑक्सिडेंट्स होते हैं क्योंकि इनमें पेस्टिसाइड्स नहीं होते इसलिए ऐसे पोषक तत्व बरकरार रहते हैं जो आपकी सेहत के लिए अच्छे हैं और आपको बीमारियों से बचाते हैं।

ये शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और स्किन में निखार लाने में मदद करते हैं। ये शरीर में चर्बी नहीं बढ़ने देते क्योंकि ऑर्गैनिक फूड को प्रोसेस्ड करते वक्त सैचुरेटेड फेट का इस्तेमाल नहीं किया जाता। इनसे मोटापा नहीं बढ़ता। ये सुरक्षित भी लंबे समय तक रहते हैं।

बरकरार रखें फायदा

सही तरीके से पकाने पर ही ऑर्गैनिक फूड फायदा करते हैं। अगर आप ऑर्गैनिक सब्जियों से जंक फूड (पित्जा, बर्गर, फ्रेंच फ्राइज आदि) या तला-भुना खाना बना रहे हैं तो उसके पोषक तत्व भी कम हो जाएंगे। ऑर्गैनिक फूड को ऑइली बनाकर या इन्हें जंक फूड में तब्दील करके इसके मिनरल्स और विटमिन को नष्ट न करें।


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की Diet Masala पुष्टि नहीं करता है, इनको केवल सुझाव के रूप में लें, इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें

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